रविवार, 28 फ़रवरी 2010

बुरा न मानो होली है !

जब सबके ही मुँह
काले होँ ,
फिर किसका मुँह
हम लाल करेँ ?
इस असमंजस मेँ बैठे हैँ ,
किस रंग का
इस्तेमाल करेँ ?
- रमेश दीक्षित , टिमरनी

सभी मित्रोँ , परिचितोँ ,
शुभ - चिन्तकोँ , और परिजनोँ को होली के रंग - बिरंगे पर्व की हार्दिक शुभ - कामनाएँ

बुधवार, 10 फ़रवरी 2010

श्री उत्तमसिँह सोनकिया

कल 9 फरवरी को सुबह मोबाइल की घण्टी सुनकर नीँद खुली । भाई सुरेन्द्र धनगर ने यह मनहूस ख़बर दी कि रात को टिमरनी के पूर्व विधायक श्री उत्तमसिंह सोनकिया का हृदयगति रुक जाने से दुखद निधन हो गया है । एक धक्का सा लगा , मन मेँ अनेक विचार आने लगे । अभावोँ मेँ पला , संघर्षोँ से खेला एक अत्यन्त सहज - सरल व्यक्ति समाजसेवा के क्षेत्र मेँ काम करते हुए पहले टिमरनी नगर पंचायत का पार्षद और फिर टिमरनी का विधायक बना । वे एक मिलनसार और जमीन से जुड़े इंसान थे । मैँ उन्हेँ छात्र जीवन से ही जानता था । वे स्वभाव से गम्भीर दिखते थे लेकिन विनोदप्रिय भी थे । धर्म और ईश्वर मेँ उनकी अगाध श्रद्धा थी । वे टिमरनी के अब तक के सभी विधायकोँ मेँ अकेले ऐसे विधायक थे जो टिमरनी के ही निवासी थे । पिछले एक सप्ताह मेँ टिमरनी पर यह दूसरा वज्रपात था । इसके पूर्व युवा व्यवसायी भाई मुकेश जैन एक सड़क हादसे का शिकार होकर हमसे बिछुड़ गए । दोनोँ को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि ।