रविवार, 28 अगस्त 2011

अन्ना हजारे के शान्तिपूर्ण और अहिँसक जन आन्दोलन की अभूतपूर्व सफलता ने देश की जनता के मन मेँ आशा की एक नई किरण जगा दी है । इसके अलावा इस जन आन्दोलन से इस देश के बड़बोले और भ्रष्ट नेताओँ को अपनी औक़ात का भी अनुमान हो गया है । अन्ना जी ने यह सिद्ध कर दिया कि लोकतंत्र मेँ जनता मालिक होती है और सरकार नौकर ।
आशा है कि देश के भ्रष्ट तंत्र और सड़ - गल चुकी व्यवस्था को बदलने के लिए अन्ना जी का यह जन आन्दोलन एक मील का पत्थर सिद्ध होगा । - रमेश दीक्षित , टिमरनी