रमेश दीक्षित
जन्म स्थान - टिमरनी, जिला - हरदा (म.प्र.) , समसामयिक विषयोँ और घटनाओँ पर अपने अन्त:करण की आवाज को शब्दोँ मेँ ढालकर मन को हल्का कर लेता हूँ । वैसे मूलत: ग़ज़ल कहता हूँ परन्तु साहित्य की लगभग सभी विधाओँ मेँ अपनी कलम का उपयोग लेता हूँ । कम लिखता हूँ पर लिखता जरूर हूँ । और जो भी लिखता हूँ ठोक बजाकर ही लिखता हूँ । अनेक प्रमुख पत्र - पत्रिकाओँ मेँ रचनाएँ प्रकाशित , आकाशवाणी से प्रसारण ।
5 टिप्पणियां:
हां सही मायनों में तो उसी दिन दिवाली होगी..
निशि दिन खिलता रहे आपका परिवार
चंहु दिशि फ़ैले आंगन मे सदा उजियार
खील पताशे मिठाई और धुम धड़ाके से
हिल-मिल मनाएं दीवाली का त्यौहार
पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!
सुन्दर लिखा।
आप को दिवाली की बहुत बहुत बधाई।
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
सादर
-समीर लाल 'समीर'
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