शुक्रवार, 31 दिसंबर 2010

ईस्वी सन्‌ 2011

कुछ ही घण्टोँ मेँ ईस्वी सन्‌ 2010 इतिहास की बात हो जाएगा । पीछे छूट जाएँगी अनेक खट्टी - मीठी घटनाएँ।यह साल महँगाई , भ्रष्टाचार और घोटालोँ के कीर्तिमानोँ के साल के रूप मेँ याद किया जाएगा लेकिन आम लोगोँ को न तो घोटालोँ से कोई मतलब है और न ही भ्रष्टाचार से कोई लेना देना । उसका सरोकार तो केवल कमरतोड़ महँगाई से है जिसने उसका जीना दूभर कर रखा है । लेकिन जिन्दा रहना उसकी विवशता इसलिए वह यह बोझ ढोए जा रहा है । उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाला साल महँगाई की दृष्टि से आम लोगोँ के लिए कुछ राहत लेकर आएगा । इसी शुभ - कामना के साथ सभी सुधी पाठकोँ , शुभ चिन्तकोँ और मित्रोँ को नए साल की हार्दिक बधाई ।