गुरुवार, 15 सितंबर 2011

जिस अमेरिका ने नरेन्द्र मोदी को वीज़ा देने से साफ इंकार कर दिया था वही अमेरिका आज उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता का लोहा मानते हुए उनकी भूरि - भूरि प्रशंसा कर रहा है । नरेन्द्र मोदी को पानी पी - पी कर कोसने वाले वामपंथी , काँग्रेसी और तथाकथित बुद्धिजीवी गुजरात जाकर उनके काम को देखेँ और यदि हो सके तो कुछ प्रेरणा भी लेँ । मीडिया को भी अब वे प्रधान मंत्री पद के लिए योग्यतम उम्मीदवार के रूप मेँ दिखाई देने लगे हैँ ।
भोपाल के टी.वी. चैनल बंसल न्यूज़ ने आज अपने दर्शकोँ से एक सवाल पूछा था कि राहुल गाँधी और नरेन्द्र मोदी मेँ से आपकी दृष्टि मेँ कौन अच्छा प्रधान मंत्री हो सकता है ? इसके उत्तर मेँ शाम साढ़े पाँच बजे तक आशा के विपरीत आश्चर्यजनक रूप से 85 % से भी अधिक दर्शकोँ ने नरेन्द्र मोदी के पक्ष मेँ अपना मत व्यक्त किया जबकि काँग्रेस के युवराज मेँ 15 % से भी कम लोगोँ ने अपनी रुचि दिखाई । ज़ाहिर है कि नरेन्द्र मोदी के जन हितैषी कामोँ का जादू लोगोँ के सिर पर चढ़कर बोल रहा है । जनमन की यह अभिव्यक्ति काँग्रेस मेँ मौजूद आला दर्ज़े के चाटुकारोँ को रास नहीँ आने वाली है । ऐसे बयान बहादुर काँग्रेसी बंसल न्यूज़ के इस सर्वेक्षण को या तो फ़र्ज़ी करार देँगे या फिर इसे संघ और भा.ज.पा. द्वारा प्रायोजित बता देँगे । कुछ भी हो जाए पर हम नहीँ सुधरेँगे ।

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