जालिमोँ का शिकार कौन करे ?
सबसे पहला प्रहार कौन करे ?
वक्त की चाल बड़ी धीमी है ,
वक्त का इन्तज़ार कौन करे ?
सुन सकेँ रहनुमा हमारे भी ,
इतनी ऊँची पुकार कौन करे ?
आज तूफान का अँदेशा है ,
आज दरिया को पार कौन करे ?
आप मेँ कौन बड़ी खूबी है ,
आप पर जाँ निसार कौन करे ?
हम हैँ कीड़े मकोड़े फिर हमको ,
आदमी मेँ शुमार कौन करे ?
बात करने की उन्हेँ आदत है ,
उनसे बातेँ हजार कौन करे ?
शनिवार, 1 अगस्त 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
Aapki dono rachnaein padhi joki atyant hridaysparshi lagi. Aapka blog ek Meel Ka Patthar saabit hoga. Aasha hai aisi srujnatmak rachnaao ki prateeksha adhik nahi karni hogi.
Shubkaamnaao sahit
Ramkrishna
Rajendra
Sankalp
Rohan
Swadha
Tagore Nagar,Raipur
एक टिप्पणी भेजें